पीएम नरेंद्र मोदी के फिरोजपुर दौरे पर हुई सुरक्षा चूक के मामले में गुरुवार को सीएम चरणजीत सिंह चन्नी ने यह कहकर तंज कसा, ‘प्रदर्शनकारियों ने मेरा काफिला रोक लिया, मैंने कार रोककर उनसे बात कर ली।’ पंजाब के सीएम चन्नी के इस बयान पर अब कांग्रेस के ही वरिष्ठ नेता मनीष तिवारी ने पलटवार किया है।
एक चैनल से बात करते हुए मनीष तिवारी ने कहा, ‘हर सियासी व्यक्ति, उसमें चाहे हमारे मुख्यमंत्री शामिल हों, चाहे मैं शामिल हूं, चाहे और लोग शामिल हों, जब कहीं पर ऐसा कोई प्रदर्शन हो रहा होता है तो वो जरूर जाकर उनसे बात करने की कोशिश करते हैं। लेकिन जहां तक देश के प्रधानमंत्री की सुरक्षा का संबंध है तो वो मामला कुछ अलग हो जाता है।’
पाकिस्तान की फायरिंग रेंज में थे पीएम नरेंद्र मोदी : मनीष तिवारी ने आगे कहा, ‘देखिए जहां पर उनका काफिला रुका था। वो जगह भारत की सरहद से सिर्फ 10 किलोमीटर पर है। पाकिस्तान की जो हैवी आर्टिलरी है, जो भारत-पाकिस्तान सीमा पर तैनात रहती है। हमारी भी आर्टिलरी तैनात रहती है, उसकी रेंज 35-36 किलोमीटर से ज्यादा होती है, इसलिए देश के प्रधानमंत्री की सुरक्षा की तुलना किसी और से करना मैं अपने विवेक में इस बात को उचित नहीं मानता। मैं ये नहीं कह रहा कि उनकी सुरक्षा में कोई खामी आई थी।’
‘मैं जिंदा लौट आया हूं’, पीएम मोदी का यह कहना अत्यंत दुखद :- मनीष तिवारी ने कहा, ‘वास्तविकता ये है कि उनको 20 मिनट तक एक फ्लाई ओवर पर रुकना पड़ा। वास्तविकता दूसरी ये है कि इसलिए रुकना पड़ा कि वहां पर प्रदर्शनकारी थे। कई लोगों का यह कहना है कि उसमें बीजेपी कार्यकर्ता भी मौजूद थे। इसके बाद जब प्रधानमंत्री भटिंडा आए तो उन्होंने तथाकथित तौर पर ये कहा कि अपने मुख्यमंत्री को धन्यवाद कहना कि मैं बचकर लौट आया हूं। उन्हें अगर लगता है कि कोई दुर्भावना है तो ये बहुत ही दुखद और अत्यंत ही चिंता वाली बात है।’
SPG को मदद करना सबका उत्तरदायित्व:- मनीष तिवारी ने कहा, ‘SPG का एक कानून है, इस कानून की धारा 14 है, इसके तहत ये उत्तरदायित्व बनता है, हर राज्य सरकार का, केंद्र सरकार के हर मंत्रालय का, हर प्रशासन का, हर लोकल बॉडी का कि प्रधानमंत्री की सुरक्षा में मदद करें।’