वाराणसी (Varanasi) के ज्ञानवापी (Gyanvapi) विवादित ढांचे के वजूखाने में मिले शिवलिंग (Shivling in Vazu Khana) को लेकर हिंदू पक्ष के वकील विष्णु जैन (Advocate Vishnu Jain) ने चौंकाने वाला खुलासा किया है। मीडिया से बातचीत के दौरान उन्होंने बताया कि वजूखाने में मौजूद शिवलिंग को तोड़कर उसे फव्वारा बनाने का प्रयास हुआ है, जिसका पता कुछ दिन पहले चला जब ये लोग फाउंटेन बनाने के लिए निर्मित ढांचे को अपने साथ ले जा रहे थे।
शिवलिंग की बेअदबी करते रहे ये लोग
विष्णु जैन ने शिवलिंग के नीचे बनाई गई आर्टिफिशियल दीवार को हटाकर जांच की मांग की और कहा कि मैं सच्चाई बता रहा हूं। शिवलिंग इनके कब्जे में वजूखाने में था। ये लोग उसकी बेअदबी करते रहते थे। उसी में इन्होंने कुछ तोड़कर फव्वारे टाइप का ढांचा बनाया। ये ढांचा अब भी इनके स्टोर रूम में पड़ा हुआ है। अभी कुछ दिन पहले ये लोग उसे कहीं ले जा रहे थे तो सीआरपीएफ ने इन्हें रोक दिया।
शिवलिंग में ड्रिल घुसाकर फाउंटेन बनाने का प्रयास
उन्होंने कहा कि ये सब इन्होंने जो हमारे भगवान के साथ किया, हमारे देवता के साथ इन्होंने किया, वो हमें पता है, उसकी लड़ाई हम लड़ रहे हैं, शिवलिंह हमको मिल गया है। अब उसकी पूजा-आराधना करना उसका सम्मान करना हर हिंद का फर्ज है। विष्णु जैन ने दावा किया कि अगर स्टोर रूम की वीडियो और फोटोग्राफी हो जाए तो ये साबित हो जाएगा कि कैसे शिवलिंग में ड्रिल घुसा कर उसे फाउंटेन बनाने का प्रयास हुआ।
विष्णु जैन ने कहा कि इससे ये भी साबित होगा कि कैसे शिवलिंग में 63 सेंटीमीटर छेद किया गया। टीवी शो में मौलाना से बातचीत के दौरान उन्होंने सवाल किया है कि आखिर दूसरा पक्ष बाहर कहता है कि वो हिंदुओं की इज्जत कर रहे हैं और सुप्रीम कोर्ट में कहते हैं कि उन्हें वहीं वजू करना है जहाँ शिवलिंग है। ये कैसी इज्जत है हिंदुओं की।