समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष व नेता प्रतिपक्ष अखिलेश यादव (Akhilesh yadav) ने ज्ञान व्यापी सर्वे को लेकर कहा कि हिंदू धर्म में कहीं भी पत्थर रख दो, एक लाल झंडा रख दो, पीपल के पेड़ के नीचे तो मंदिर बन जाता है। सपा प्रमुख के इस बयान को लेकर सोशल मीडिया यूजर्स उनको ट्रोल कर रहे हैं। वहीं कुछ सोशल मीडिया यूजर्स इसे हिंदू धर्म का अपमान बता रहे हैं।

अखिलेश ने कही यह बात : सपा प्रमुख अयोध्या दौरे पर पहुंचे थे। जहां उन्होंने एक प्रेस कॉन्फ्रेंस के दौरान ज्ञानवापी मस्जिद के सर्वे के दौरान शिवलिंग मिलने के दावे पर सवाल किया गया तो उन्होंने कहा, ‘हमारे हिंदू धर्म में तो कहीं भी पत्थर और लाल झंडा पीपल के पेड़ के नीचे रख दो, तो वहां मदिर बन जाता है। लोग वहां पूजा पाठ करने लगते हैं।’ इसके साथ ही उन्होंने बीजेपी पर तीखा प्रहार कर कहा कि महंगाई और बेरोजगारी से ध्यान भटकाने के लिए यह मुद्दे लाए जा रहे हैं।

भड़के यूजर्स ने दिए ऐसे रिएक्शन : एंकर सुशांत सिन्हा ने अखिलेश यादव के बयान पर कमेंट किया, ‘ कारसेवकों पर गोली चलवाने से लेकर ज्ञानवापी पर हिंदू आस्था को अपमानित करने तक के बीच करीब तीन दशक निकल गए लेकिन इन लोगों में कुछ नहीं बदला।’ अंकित यादव नाम के एक यूजर कमेंट करते हैं – विनाश काले विपरीत बुद्धि, अखिलेश यादव जी आप स्वयं का विनाश कर रहे हो।

योगेंद्र नाम के एक यूजर द्वारा कमेंट किया गया, ‘अपने धर्म के प्रति ऐसी प्रतिक्रिया तुम्हें और नीचे लेकर डूबेगी।’ विक्रांत नाम टि्वटर हैंडल से लिखा गया कि फिर इनको लगेगा कि इनका ईवीएम भी हैक जाता है। सुमन त्रिपाठी नाम की ट्विटर यूजर कमेंट करती हैं कि थोड़ा मुस्लिम धर्म के बारे में भी बता दीजिए ज्ञानी जी। कहीं रोड के किनारे किसी रेलवे स्टेशन पर हरा चादर डाल दो तो मस्जिद बन जाता है।

शिखा सिंह नाम के ट्विटर हैंडल से लिखा गया की गोलियों से कारसेवकों के प्राण लेने वाले प्राण प्रतिष्ठा कैसे जानेंगे? लाल झंडे से मंदिर बन जाता है तो अपने कार्यालय के हर पत्थर को ये खुद ही फाउंटेन बता देते। खैर जो अपने बाप चाचा का ना हुआ, वो हिंदू धर्म का क्या होगा। अखिलेश यादव अपने पतन की ओर अग्रसर। गौरव नागर नाम के ट्विटर हैंडल से लिखा गया, ‘ गलती आपकी नहीं है गुरु जी, फिर बाद में कहने लगते हैं कि ईवीएम हैक हो गया था।’