कहते हैं हुनर किसी का मोहताज़ नहीं। जिसके पास हुनर होता है वो उसे निखार ही देता है। ऐसा ही एक उदहारण है उत्तराखंड की एक बेटी ने। Lockdown के समय पर जहाँ कई लोग हतास निरास थे वहीं उत्तराखण्ड की एक बेटी ने इसे अवसर में बदला और अपने अन्दर छुपी प्रतिभा को प्राकर्तिक रूप दिया उन्होने उत्तराखण्ड की संस्कृति सभ्यता को पत्थर पर उकेर कर अद्भूत कला का प्रदर्शन कर दिखाया इस कला को pebble art भी कहा जाता है।
हम बात कर रहें है उत्तराखण्ड के कर्णप्रयाग मे स्थित कालेश्वर क्षेत्र की आरती रावत वह श्रीनगर गढवाल से डी फार्मा कर रहीं है। आरती रावत के पिताजी अध्यापक है और माँ ग्रहणी हैं। lockdown के बाद से ही इन्होने खाली समय में अपनी प्रतिभा को निखारा आरती ने बहुत सी अलग अलग तरह की पेंटिंग की पत्थरों पर जिसमे उत्तराखण्ड की संस्कृति झलकती है।
अभी हाल ही मैं उन्होने ट्विटर में अपना अकाउंट बना कर कुछ तस्वीरें साझा की जिस पर बहुत ही अच्छी प्रतिक्रिया उत्तराखण्ड के लोगों की था। उन्हे उत्तराखण्ड के ट्विटर युजर्स से बहुत अच्छी प्रतिक्रिया मिली और युजर्स ने उनकी कला को बहुत ही सम्मान दिया और उनका उत्साहवर्धन किया। और उन्हे इस को आगे भी जारी रखने के लिए प्रेरित किया।