एकनाथ शिंदे महाराष्ट्र के अगले मुख्यमंत्री बनेंगे। महाराष्ट्र के पूर्व सीएम देवेंद्र फडणवीस ने प्रेस कॉन्फ्रेस में ये ऐलान किया। फडणवीस ने बताया कि आज साढ़े 7 बजे शिंदे का अकेले का शपथग्रहण होगा। उन्होंने कहा कि सिर्फ शिंदे ही शपथ सीएम पद की शपथ लेंगे और मैं सरकार से बाहर रहुंगा। फडणवीस ने कहा कि सरकार अच्छे से चले ये मेरी कोशिश होगी।

एकनाथ शिंदे ने क्या कहा-
महाराष्ट्र के सीएम की घोषणा के बाद एकनाथ शिंदे ने कहा, ” हमने जो फैसला लिया है उस बारे में आप सब जानते हैं। मैं पहले भी बोल चुका हूं कि बालासाहेब का हिंदुत्व, उनकी भूमिका और विधायकों के विकास कार्य करने के लिए हम आगे बढ़ रहे।” शिंदे ने कहा कि दो तिहाई से ज्यादा लोग हमारे साथ हैं और 50 से विधायक हम सबके साथ हैं। पिछले कुछ दिनों से ढ़ाई साल में जो हुआ वो आप जानते है। सीएम ठाकरे को हम अपनी परेशानी बताते थे, मैंने भी कई बार उनसे चर्चा की थी।

शिंदे ने आगे कहा कि हमने मन में कोई स्वार्थ नहीं रखा। हमारा बीजेपी के साथ नैचुरल गठबंधन था। विधायकों ने आगे के चुनाव को ध्यान में रख बीजेपी के साथ जाने की बाते कही। एकनाथ शिंदे ने कहा, मैं भी सरकार में काम कर रहा था पर राज्य के हित मे कुछ नहीं हो रहा था। महाविकास आघाड़ी में कुछ फैसले हुए उसका स्वागत है पर वैचारिक मतभेद से हम कुछ मामलों पर आगे नही बढ़ सकते थे। उन्होंने कहा कि राज्य के हित और भविष्य की दृष्टि से जो कुछ हो रहा था, MVA की वजह से हम कुछ फैसले नहीं ले पा रहें थे।

“देवेंद्र फडणवीस ने बड़ा दिल दिखाया”

शिंदे ने आगे कहा कि 39 हम और 11 निर्दलिय विधायक जब अलग फैसला लेते हैं तो समझना चाहिए था। बड़े पैमाने पर 50 लोग साथ आते, वो लोग मुझे अपनी समस्याएं बताते। हमने ये निर्णय राज्य के हित में जनता की उम्मीदें पूरी करने के लिए लिया है। उन्होंने कहा कि फडणवीस साहब ने जो फैसला लिया, 120 विधायकों की ताकत उनके पास थी, फडणवीस सीएम पद ले सकतें थे लेकिन उन्होंने बाल ठाकरे के शिवसैनिक को इस पद के लिए चुना, इसके लिए शुक्रिया।

एकनाथ शिंदे ने कहा, “देवेंद्र फडणवीस ने कहा कि बीजेपी के पास 120 लोग हैं। मुख्यमंत्री पद संख्याबल के आधार पर वो ले सकते थे लेकिन उन्होंने बड़े दिल से बालासाहेब के शिवसैनिक को मुख्यमंत्री बनाया। मैं मोदीजी, अमित शाह, देवेंद्र जी धन्यवाद व्यक्त करता हूं। ये पद किसी लालसा में नहीं हुआ, मैंने भी कोई पद नही मांगा था। हम राज्य को विकास की तरफ ले जाएंगे। देवेंद्र बड़े दिल के व्यक्ति हैं। मंत्रिमंडल में न होते हुए उनका मार्गदर्शन मिलता रहेगा।”

शिंदे ने आगे कहा कि 50 विधायकों ने बालासाहेब और धर्मवीर दिघे की भूमिका को आगे ले जाने का काम किया। उन्होंने विश्वास जताया, उनका शुक्रिया। 120 और 50, आज 170 की ताक़त है, आगे और भी जुड़ेंगे। मोदी सरकार की ताकत खड़ी रहेगी तो हमारी राह में कोई अड़चन नहीं आएगी।

फडणवीस बोले- मैं सरकार से रहूंगा बाहर

राज्यपाल से मिलने के बाद देवेंद्र फडणवीस ने प्रेस कॉन्फ्रेस की। इस दौरान उन्होंने कहा कि मैं सरकार से बाहर रहूंगा पर सरकार ठीक से चले ये मेरी जिम्मेदारी होगी। मुझे उम्मीद है कि फिर से हिंदुत्व विचारों की, बालासाहेब के विचारों की सरकार बनेगी। उन्होंने आगे कहा, “मुझे विश्वास है कि विकास, ओबीसी आरक्षण और अन्य विषय को वो आगे ले जाएंगे और सभी को न्याय देंगे।”