देहरादून-नवनियुक्त अपर पुलिस महानिदेशक कारागार अभिनव कुमार द्वारा बुधवार को वीडियो कान्फ्रेंसिग के माध्यम से समस्त अधीनस्थ कारागार अधीक्षकों की बैठक ली गई।

अपर पुलिस महानिदेशक कारागार ने बैठक में कहा कि कार्यभार संभालते समय मुख्यमंत्री उत्तराखण्ड पुष्कर सिंह धामी द्वारा स्पष्ट दिशा निर्देश दिये गये थे कि एक आधुनिक, प्रभावशाली और चुस्त-दुरुस्त जेल विभाग उनकी सरकार की प्राथमिकता है और इस लक्ष्य की प्राप्ति हेतु जेल विभाग को यथा संभव सभी संसाधन उपलब्ध कराये जायेंगे।

अपर पुलिस महानिदेशक कारागार ने सभी कारागार अधिकारियों को कारागार की प्रमुख समस्याओं और कारागार प्रशासन हेतु महत्वपूर्ण सुझाव प्रस्तुत करने के निर्देश दिए।

बैठक में कारागार अधीक्षकों द्वारा अवगत कराई गई समस्याओं और दिए गए सुझावों पर विचार करते हुए अपर पुलिस महानिदेशक कारागार ने आवश्यक निर्देश जारी किए। उन्होंने कारागार विभाग का कैडर रिव्यू करने, नये वाहनों का क्रय करने, नवीन आपराधिक कानूनों के अनुसार बन्दियों की वीडियो कान्फ्रेंसिग के माध्यम से पेशी एवं रिमान्ड कराये जाने की व्यवस्था करने, सभी कारागार अधिकारियों का वार्षिक स्वास्थ्य परीक्षण कराये जाने का सुविचारित प्रस्ताव तैयार किये जाने के निर्देश दिए।

अपर पुलिस महानिदेशक कारागार द्वारा सभी कारागार अधिकारियों को स्पष्ट निर्देश दिए गए कि किसी भी कारागार से कोई भी अपराधी किसी भी आपराधिक गतिविधि का संचालन न करने पाये तथा कारागार को किसी भी दशा में अपराधियों की शरणस्थली न बनने दिया जाये।

अपर पुलिस महानिदेशक कारागार ने सभी कारागार अधिकारियों को निर्देश दिए कि कारागारों में निरुद्ध बन्दियों को सम्बन्धित माननीय न्यायालयों में नियत तिथि को प्रस्तुत किया जाये। बन्दी को माननीय न्यायालय में नियत तिथि पर प्रस्तुत करने में यदि कोई चूक या लापरवाही होती है और इससे शासन या कारागार मुख्यालय के समक्ष कोई अप्रिय स्थिति उत्पन्न होती है तो सम्बन्धित कारागार प्रभारी के विरुद्ध समुचित कार्रवाई की जायेगी।

बैठक में कहा गया कि मुख्यमंत्री जी के नशामुक्त उत्तराखण्ड 2025 के लक्ष्य की प्राप्ति में कारागार विभाग की भी महत्वपूर्ण भूमिका है। इस हेतु अपर पुलिस महानिदेशक कारागार ने कारागारों में निरुद्ध नशे के आदी बन्दियों को नशामुक्त करने हेतु कार्ययोजना बनाकर प्रभावी कार्रवाई करने के निर्देश दिए।

इस बैठक में श्री दधिराम उप महानिरीक्षक कारागार, श्री धीरेन्द्र गुंज्याल सहायक महानिरीक्षक कारागार एवं समस्त कारागारों के वरिष्ठ अधीक्षक/अधीक्षक/ प्रभारी अधीक्षक उपस्थित थे।