राजस्थान के उदयपुर में हुई घटना को लेकर कांग्रेस नेता आचार्य प्रमोद कृष्णम ने पुलिस प्रशासन पर सवाल उठाये थे। कई कांग्रेस नेताओं ने इस घटना की निंदा की थी लेकिन सरकार पर सवाल किसी ने नहीं उठाया गया था। आचार्य प्रमोद कृष्णम द्वारा सवाल उठाये जाने पर कांग्रेस नेता जयराम रमेश भड़क गये।
आचार्य प्रमोद कृष्णम ने ट्विटर पर लिखा था कि “धमकी मिलने के बावजूद भी कन्हैया को सुरक्षा उपलब्ध क्यों नहीं कराई गयी, क़ातिलों के साथ साथ पुलिस प्रशासन भी बराबर का दोषी है। SSP, DIG के खिलाफ अभी तक कार्यवाही क्यों नहीं की गयी, क्या राजस्थान में सरकार का इकबाल बिलकुल खत्म हो गया है।”
इस पर कांग्रेस के वरिष्ठ नेता जयराम रमेश ने लिखा कि “दूसरी बार लक्ष्मण रेखा पार करने से पहले एक बार तो सोचना चाहिए था आदरणीय प्रमोद त्यागी जी। जो आपने लिखा है वो वैसे भी तथ्यों से बहुत परे है।” जयराम रमेश के इस ट्वीट पर आचार्य प्रमोद कृष्णम ने भी जवाब दिया।
कांग्रेस नेता आचार्य प्रमोद ने लिखा कि “बेरहमी और “बर्बरता” से कत्ल किये गये कन्हैया के लिये आवाज उठाना राष्ट्र धर्म है प्रभु,और राष्ट्र धर्म का निर्वहन करने से किसी को रोकने की चेष्टा राष्ट्र द्रोह कहलाता है।” इस पर लोग भी अपनी प्रतिक्रियाएं दे रहे हैं।
लोगों की प्रतिक्रियाएं: राजीव ध्यानी नाम के यूजर ने लिखा कि ‘अब प्रमोद त्यागी जी राष्ट्र के हित की बात कहने पर कांग्रेस से निकाले जाएंगे और राष्ट्रहित में भाजपा ज्वाइन करेंगे।’ उत्तर प्रदेश कांग्रेस सेवादल की तरफ से ट्वीट किया गया कि “आचार्य जी, कन्हैया के लिए आवाज राहुल जी, प्रियंका जी समेत विपक्ष का हर नेता ने उठाया है लेकिन आप जिस तरीके से उठा रहे हैं, वो राष्ट्रद्रोह से कहीं ज़्यादा है।”
उदयपुर की घटना पर राहुल गांधी ने ट्वीट कर कहा था कि ‘उदयपुर में हुई जघन्य हत्या से मैं बेहद स्तब्ध हूं। धर्म के नाम पर बर्बरता बर्दाश्त नहीं की जा सकती। इस हैवानियत से आतंक फैलाने वालों को तुरंत सख़्त सज़ा मिले। हम सभी को साथ मिलकर नफ़रत को हराना है। मेरी सभी से अपील है, कृपया शांति और भाईचारा बनाए रखें।