चमोली-थानाध्यक्ष गोविन्दघाट द्वारा रा0इ0कॉ0 पाण्डुकेश्वर के छात्रा-छात्राओं के मध्य चलाया गया साइबर अपराध, नशा मुक्ति, यातायात नियमों का जागरूकता सेशन, कैरियर काउंसलिंग के संबंध में दी महत्वपूर्ण जानकारी।
चमोली पुलिस द्वारा जनपद स्तर पर चलाए जा रहे वृहद जागरूकता अभियान के क्रम में आज दिनांक- 04.04.2024 थानाध्यक्ष गोविन्दघाट श्री लक्ष्मी प्रसाद बिज्लवाण द्वारा राजकीय इन्टर कॉलेज पाण्डुकेश्वर के स्कूली छात्र-छात्राओं को नशे के दुष्प्रभावों, साइबर अपराधों, यातायात के नियमों, महिला सुरक्षा, कैरियर काउंसलिंग एवं भारत के नये कानून की जानकारियां प्रदान कर जागरूक किया गया।
कार्यक्रम में उपस्थित सभी छात्र-छात्राओं को साइबर अपराध के प्रति जागरूक करते हुए बताया कि वर्तमान समय में साइबर अपराध बहुत तेजी से बढ़ रहा है, आए दिन साइबर ठगों द्वारा नए-नए तरीकों से लोगों को ठगा जा रहा है और लोग जागरूकता के अभाव में इनके लालच व झांसे में आकर अपनी मेहनत की कमाई गंवा रहे है। इससे बचाव के लिए जागरूक होने की जरूरत है। साइबर अपराधियों के द्वारा इंटरनेट मीडिया को साइबर क्राइम का एक सशक्त माध्यम बनाकर प्रयोग किया जा रहा है। कोई भी एप इंस्टाल करते समय कम से कम व्यक्तिगत जानकारी शेयर करें। हमें अपने सोशल मीडिया प्लेटफार्म को सावधानी व सतर्कता के साथ प्रयोग करना चाहिए। साइबर अपराध के प्रकार जैसे हैकिंग, फिशिंग आदि व साइबर क्राइम हेल्पलाइन नंबर 1930 की जानकारी देते हुए बताया कि साइबर ठगी का शिकार होने पर शीघ्र हेल्पलाइन नंबर पर शिकायत दर्ज करें ताकि पैसा साइबर ठग के हाथों में जाने से रोका जा सके। साइबर अपराध से बचने के लिए जागरूक होना बहुत जरूरी है। सभी को साइबर क्राइम के संबंध में अन्य लोगों को भी जागरूक करने हेतु प्रेरित किया गया।
नशे के दुष्परिणामों से अवगत कराते हुए बताया कि मादक पदार्थों के सेवन से किस प्रकार व्यक्ति का मस्तिष्क, शरीर एवं सम्पूर्ण जीवन को बर्बाद हो जाता है। उपस्थित लोगों को किसी भी प्रकार का नशा न करने, नशे से दूर रहने व एक स्वस्थ्य जीवन जीने हेतु प्रेरित किया गया।
यातायात के नियमों, महिला सम्बन्धी अपराधों, घरेलू हिंसा आदि विषयों पर जानकारी देकर उनके अधिकारों एवं महिला सम्बन्धी कानूनों के प्रति जागरुक किया गया इसके अतिरिक्त भारत सरकार द्वारा प्रस्तावित नवीन कानूनों भारतीय न्याय संहिता, भारतीय नागरिक सुरक्षा संहिता एवं भारतीय साक्ष्य विधेयक के सम्बन्ध में भी जानकारी देकर जागरुक किया गया।
छात्र/छात्राओं को उनके कैरियर के प्रति जागरूक करते हुए कहा कि विद्यार्थी जीवन हमारे जिंदगी का सबसे अहम पड़ाव होता है। इस उम्र में ग्रहण की गई शिक्षा ही आगे चलकर हमारा भविष्य तय करती है। आजकल बच्चें मोबाइल पर अनावश्यक चीजों को देखने में अपना समय व्यर्थ करते हैं, इसलिए सभी बच्चे मोबाइल से दूरी बनाकर अपनी पढ़ाई पर ध्यान दें। बच्चों को प्रतियोगी परीक्षाओं की जानकारी दी गई तथा इस दौरान बच्चों द्वारा पूछे गए प्रश्नों का जवाब देकर उनका मार्गदर्शन किया गया।