देहरादून- स्वेदशी जागरण मंच के अखिल भारतीय संगठक मंत्री कश्मीरी लाल ने स्वदेशी जागरण मंच की प्रान्त टोली के साथ विधानसभा अध्यक्ष श्रीमती ऋतु खण्डूरी से शिष्टाचार भेंट कर स्वदेशी जागरण मंच के द्वारा चलाये जा रहे स्वावलंबी भारत अभियान की जानकारी साझा की तथा पूरे देश में चल रहे उद्यमिता आयोग के गठन संरचना के विषय में उत्तराखण्ड में उद्यमिता आयोग के गठन के चर्चा की। उन्होंने कहा कि युवाओं को न सिर्फ आत्मनिर्भरता का महत्व समझाया जाएगा बल्कि युवाओं में उद्यमिता, जागरूकता और धन सृजन के महत्व को समझाते हुए जन जागृति भी की जाएगी। जिससे समर्पण तथा मेहनत की जरूरत को समझने के साथ विकसित किया जाएगा। जो स्वावलंबी भारत आयाम है उसके कारण से हम युवाओं को नौकरी मांगने वाला नही नौकरी देने वाला बने उसे प्रकार का प्रयास कर रहे हैं। पिछल वर्ष 6.5 लाख बच्चों को कम से कम ढाई घंटे का प्रशिक्षण दिया और उनकी मानिकसता बनाई। 4 हजार स्थानों (इंस्टीट्यूट) पर हमने यह कार्यक्रम किए जिसमें बच्चों ने युवाओं उद्यमियों से संवाद किया।
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डॉ. राजीव अखिल भारतीय विचार विभाग प्रमुख ने विधानसभा अध्यक्ष को स्वावलंबी भारत अभियान की जानकारी देते हुए कहा कि – भारत में बेरोजगारी का दर देखते हुए इस समस्या का समाधान ढूंढने के लिए गंभीर प्रयासों के साथ ही जन जागरूकता करना आवश्यक है । भारत में बढ़ रहे युवा बेरोजगारों के साथ उद्यमिता को प्रोत्साहन देने के लिए शुरू की गई पहल यानी की स्वावलंबी भारत अभियान । कोविड लॉकडाउन के बाद भारत जैसे देशों को आत्मनिर्भर बनने का महत्व ध्यान में रखते हुए 21 अगस्त 2022 में इस अभियान की स्थापना की गई। इस योजना के लिए डिजिटल मंच का इस्तेमाल करते हुए, दुनिया भर में मौजूद युवाओं को अपनी क्षमता और कौशल अनुसार रोजगार ढूंढने में सहायक है। रोजगार सृजन भारत की सबसे बड़ी जरूरत है, भारत में प्रत्येक व्यक्ति के पास राष्ट्र की अर्थव्यवस्था में योगदान देने वाला रोजगार होना चाहिए। भारत में कोई भी व्यक्ति गरीबी रेखा (बीपीएल) से नीचे नहीं होना चाहिए और इस प्रक्रिया में तेजी लाना स्वावलंबी भारत अभियान का प्राथमिक उद्देश्य है ।
भेंट में सुशील कुमार ( प्रान्त पूर्णकालिक ), गौरव कुमार ( प्रांत युवा प्रमुख), प्रवीण ममगईं (समन्वयक), हिमांशु त्यागी ( संभाग संयोजक), चंद्रकांत तोमर ( जिला संयोजक), आशीष पोरवल (महानगर संयोजक), सौरभ (महानगर युवा प्रमुख) आदि साथ रहे ।
