देहरादून-राज्यपाल लेफ्टिनेंट जनरल गुरमीत सिंह(से नि) ने आज राजभवन में अंतर्राष्ट्रीय महिला दिवस की पूर्व संध्या में आयोजित ‘‘नारी शक्ति-राष्ट्र शक्ति’’ सम्मान समारोह में विभिन्न क्षेत्रों में उत्कृष्ठ कार्य करने वाली महिलाओं को सम्मानित किया। उन्होंने सम्मानित होने वाली नारी शक्ति को बधाई एवं शुभकामनाएं दी।
उन्होंने इस अवसर पर वर्ष 2023 में उत्तराखंड बोर्ड परीक्षाओं में श्रेष्ठ स्थान प्राप्त करने वाली बालिकाओं को भी पुरस्कृत किया व प्रदेश के राजकीय संस्थानों में अध्ययनरत छात्राओं को छात्रवृत्ति प्रदान की। इसके साथ ही प्रदेश में सराहनीय कार्य करने वाले स्वयं सहायता समूहों को भी चेक प्रदान कर प्रोत्साहित किया।
राज्यपाल ने कहा कि समाज-सुधार, राजनीति, अर्थ-व्यवस्था, शिक्षा, विज्ञान व अनुसंधान, व्यवसाय, खेल-कूद और सैन्य बलों तथा अनेक अन्य क्षेत्रों में हमारी बहनों और बेटियों ने अमूल्य योगदान दिया है। ऐसी कितनी ही महिलाएं हैं जो प्रतिकूल परिस्थितियों के बावजूद, विभिन्न क्षेत्रों में आगे बढकर नेतृत्व प्रदान कर रही हैं।
राज्यपाल ने कहा कि आज हर क्षेत्र में नारी-शक्ति की उपलब्धियां बढ़ती ही जा रही हैं। आज महिलाएं ऐसे-ऐसे कीर्तिमान स्थापित कर रही हैं, जिनकी कुछ वर्ष पूर्व कल्पना भी नहीं की जा सकती थी। आज हम उनकी इन्हीं उपलब्धियों का और नारी-शक्ति की महत्ता को नमन कर रहे हैं। दुनिया भर में महिलाओं ने अपनी शक्ति और दृढ़ संकल्प से अपने देश एवं समाज को नई ऊँचाइयों पर पहुंचाया है। राज्यपाल ने विश्वास जताया कि आप सभी से प्रेरणा लेते हुए अपने उत्तराखण्ड की अन्य बेटियां देश, समाज और राष्ट्र को परम वैभव तक ले जाने के लिए प्रेरित होंगी।
राज्यपाल ने कहा नारी-शक्ति की भूमिका परिवार निर्माण, समाज निर्माण व राष्ट्र निर्माण और इन तीनों के विकास में अतुलनीय है। हमारे देश में मातृशक्ति हर एक क्षेत्र में अपनी प्रतिभा का बखूबी प्रदर्शन कर रही हैं। हमें मातृशक्ति पर गर्व है कि उनका यह योगदान देश को और भी समृद्धि एवं प्रगति की ओर ले जा रहा है।
राज्यपाल ने कहा उत्तराखंड की मातृशक्ति सबसे अलग है उनकी क्षमता, प्रतिभा और उनका हौसला सराहनीय है। प्रदेश में स्वयं सहायता समूह, आशा, नर्सिंग और आगंनबाड़ी कार्यकत्री के रूप में महिलाएं उत्कृष्ट कार्य कर रही हैं। उन्होंने विश्वास जताया है कि उत्तराखण्ड की बेटियां समाज व प्रदेश में क्रांति लायेंगी।